डी.एल.एफ. की लंगकेयर संस्था के साथ


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साफ हवा और नागरिक अभियान मंे भागीदारी। राजेन्द्र नगर स्थित डी.एल.एफ. पब्लिक स्कूल ने अन्य विद्यालयांे के साथ मिलकर साफ हवा अभियान का बीड़ा उठाया गया। हमारी युवा पीढ़ी ही इस उत्तरदायित्व का निर्वाह कर सकती है। यह अभियान कम्पेंशनेट गाजियाबाद की ही एक श्रृंख्ला है। एक वेबिनार द्वारा ‘लंग केयर संस्था की मदद से एक B.E.S.T (BREATHE EASY STAY THOUGH) कल्ब लान्च किया गया। जिसमें कई विद्यार्थियों द्वारा इस अभियान के लिए शपथ ली गई। B.E.S.T (BREATHE EASY STAY THOUGH) क्लब द्वारा विद्यार्थियों को शुद्ध हवा के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। माना जाता है कि गाजियाबाद सबसे प्रदूषित क्षेत्र है। यह विद्यालय एवं विद्यार्थियों का सराहनीय प्रयास है। 6 जून को वेबिनार के माध्यम से सभी को इस अभियान के प्रति जागरूक किया गया। दिल्ली व एन.सी.आर. के लगभग 40 विद्यालयों के 1000 छात्रों अध्यापकों, प्रधानाचार्यो द्वारा भाग लिया गया। सर गंगाराम अस्पताल के चैयमेन ‘सेन्टर फाॅर द चेस्ट सर्जरी एवं लंग केयर के संस्थापक प्रोफेसर डाॅक्टर अरविन्द कुमार जी का कहना था कि सरकार के पास कोई जादू की पाॅलिसी नही है जो दूषित वायु को रोक सके, इसलिए युवाओं को ही इस परिवर्तन के लिए जिम्मेदारी उठानी होगी। ‘द पर्सनल लैब’ के सी.ई.ओ. एवं संस्थापक श्रीमान राजीव खुराना का कहना था कि (साफ हवा और नागरिक) साहन अभियान के द्वारा हम सभी बच्चों को शुद्ध हवा एवं वातावरण के प्रति जागरूक करेगें। सभी विद्यालयों की भागीदारी से इस अभियान के परिणाम अच्छे होगें। यूनिवर्सिटी आॅफ शिकागों के एसोसिएट डायरेक्टर श्रीमान वैभव चैधरी जी का कहना था विश्व के बहुत से लोग प्रदूषण के खतरे के प्रति जागरूक नहीं है। आज समय आ गया है कि हमें प्रदूषित हवा के स्वास्थ्य प्रभाव को समझना होगा। शिकागों के विश्व विद्यालय द्वारा ए.क्यू.एल.आई. डिजाइन द्वारा लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जिससे कि एक स्वस्थ विश्व बन सके। विद्यालय की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर डाॅ0 मृगनैनी जी ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि गाजियाबाद क्षेत्र इस समस्या से जूझ रहा है। इसलिए हमने लंग केयर संस्था के साथ मिलकर गाजियाबाद को शुद्ध हवा देने का उद्देश्य बनाया है।